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बवासीर कया है (bavasir kya hai or what is piles in hindi) ?
piles in hindi : आज के समय में काफी अधिक संख्या में लोग बवासीर की परेशानी से पीड़ित है, बवासीर को अंग्रेजी में पाइल्स (Piles या Hemorrhoids ) के नाम से जाना जाता है| बवासीर से ग्रसित इंसान को बहुत ज्यादा तकलीफ झेलनी पड़ती है| बवासीर की बीमारी में इंसान की गुदा (Anus) के अंदर और बाहर की तरफ सूजन आ जाती है, सूजन के बाद गुदा के अन्दर या बाहर किसी भी एक जगह या दोनों जगहों पर मस्से बन जाते हैं। किसी भी इंसान को बवासीर की परेशानी होती है और अगर वो बवासीर या पाइल्स का इलाज (Treatment of Piles in hindi) शुरूआती दौर में नहीं करवाते है तो कई बार इसके घातक परिणाम भुगतने पड़ सकते है| बवासीर की समस्या अनुवांशिक समस्या भी हो सकती है, अगर आपके परिवार में से किसी भी इंसान को बवासीर की परेशानी है तो परिवार के अन्य सदस्य को भी बवासीर की परेशानी हो सकती है| अगर आप बवासीर का इलाज नहीं करवाते है तो धीरे धीरे यह भगन्दर का रूप ले लेती है, भगन्दर को अंग्रेजी में फिस्टुला (Fistula) भी कहते हैं। भगन्दर में इंसान अत्यंत जलन और दर्द का सामना करना पड़ता है।
बवासीर के प्रकार (Piles (Hemorrhoids) Types in hindi)
बवासीर (पाइल्स इन हिंदी) कया है इसकी जानकारी आपने ऊपर प्राप्त कर ली है, अब हम आपको बवासीर के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, कुछ लोगो का मानना है की बवासीर दो प्रकार की होती है| चलिए अब हम आपको बवासीर के प्रकार के बारे में बताते है –
1 – अंदरुनी या आंतरिक बवासीर – इस प्रकार की बवासीर इंसान के शरीर में मलाशय के अंदर विकसित होता है। इस प्रकार के बवासीर जरुरी नहीं है की दिखाई दें क्योंकि यह गुदा की काफी गहराई अर्थात काफी अंदर विकसित होता है| आंतरिक बवासीर सामान्य तौर पर ज्यादा गंभीर स्थिति उत्पन्न नहीं कर पाते है और अधिकतर देखा गया है की कुछ समय बाद ऐसे बवासीर अपने आप ठीक भी हो जाते हैं।
2 – बाहरी बवासीर – इस प्रकार की बवासीर मलाशय के ऊपरी तरफ अर्थात बाहरी त्वचा पर विकसित होने लगता है| जिस सतह या जगह से इंसान मल का त्याग करता है ठीक उसी त्वचा के बाहरी सतह पर उत्पन्न होता है| आप इसे आसानी से देख सकते है लेकिन कुछ मामलों में ये आपको दिखाई देते है, इस प्रकार की बवासीर में इंसान के मलाशय वाली जगह पर आपको गांठ बनी हुई दिखाई देती है| आमतौर पर इस प्रकार की बवासीर से कोई या किसी भी प्रकार की गंभीर समस्या उत्पन्न नहीं होती है। लेकिन कई बार अगर मरीज को उन गांठो में दर्द या मल त्याग करते हुए दर्द हो रहा है तो आपको लापरवाही नहीं करनी चाहिए| तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा कर परामर्श लेने के साथ साथ दवाई भी जरूर लें|
3 – खूनी बवासीर – जैसा की आपको इसके नाम से ही पता चल रहा होगा, इस प्रकार की बवासीर में इंसान के मल त्यागते समय खून के थक्के या बूँद बूँद खून आ जाता है, कई बार खून की मात्रा काफी ज्यादा भी हो सकती है| अंदरूनी या बाहरी किसी भी प्रकार की बवासीर में खून या खून के थक्के आने लगे तो आपको कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहि,तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए|
4 – प्रोलेप्सड बवासीर – जब किसी इंसान को अंदरुनी बवासीर की परेशानी होती है तो कुछ मामलो में अंदरूनी तोर पर अधिक सूजन आने की वजह से वो गांठ की तरह दिखाई देती है और मलाशय से बाहर की और निकलने लगती है, इस प्रकार की गांठ या स्थित प्रोलेप्सड बवासीर के नाम से जाना जाता है। आप बाहर निकली हुई गांठ को आसानी से देख सकते है|
बवासीर होने के लक्षण, महिला बवासीर के लक्षण, बाबासीर का लक्षण, पाइल्स के लक्षण,(Symptoms of piles in hindi)
अक्सर अधिकतर इंसान बवासीर की पहचान नहीं कर पाते है, जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ जाती है| अगर आप बवासीर के शुरुआती लक्षण या बवासीर के लक्षण हिंदी में सर्च कर रहे है तो आप सही पेज पर पहुँच गए है,चलिए अब हम आपको बवासीर के लेषणो के बारे में बताते है| नीचे बताए जा रहे लक्षण अगर किसी भी इंसान में दिखाई दें तो कभी भी लापरवाही ना करें तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह और दवाई लें|
1 – अगर आपको गुदा के आस-पास की सतह पर कठोर गांठ जैसी महसूस हो रही हो और उन गांठ में दर्द या खून आ रहा है तो यह भी बवासीर के लक्षण हो सकते है|
2 – अगर आपको शौच करने के बाद भी अपना पेट साफ ना होने का आभास हो रहा है।
3 – किसी भी इंसान को मल त्याग करते समय जलन और लाल चमकदार खून आ रहा हो|
4 – अगर आपको शौच करते वक्त बहुत अधिक दर्द हो रही हो|
5 – किसी भी इंसान को गुदा के आस-पास की सतह पर खुजली, लालीपन और सूजन आ रही हो तो।
6 – एक बार मल त्याग करने के बाद भी आपको बार-बार मल त्यागने का मन या ऐसा लग रहा है की आपको फिर से मल त्यागना चाहिए लेकिन जब आप शौच करने जाते है तो मल नहीं आता है|
बवासीर होने के कारण, पाइल्स होने के कारण, मलद्वार में दर्द होने का कारण in hindi (Causes of Piles in hindi)
ऊपर आपने बवासीर के बारे में पढ़ा, बवासीर कितने प्रकार की होती है इसकी जानकारी भी प्राप्त कर ली है अब हम आपको बवासीर होने के करने के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है| कुछ इंसानो में यह रोग पीढ़ी दर पीढ़ी के रूप में मिलता है अर्थात किसी इंसान के दादा दादी को बवासीर की परेशानी है तो उसके पिता को भी बवासीर की परेशानी थी उसके बाद उस इंसान में भी बवासीर की परेशानी होती है, लेकिन यह जरुरी नहीं है की बवासीर अनुवांशिक ही होती है, बहुत सारे लोगो के परिवार में दूर दूर तक किसी को इसकी परेशानी नहीं होती है फिर भी इंसान को बवासीर की परेशानी हो जाती है| चलिए अब हम आपको बवासीर होने के कारणों के बारे में बताते है –
1 – ऐसे काफी सारे इंसान होते है जो अपने रोजगार अर्थात नौकरी में घंटो खड़े रहते है जैसे- बस कंडक्टर, ट्रॉफिक पुलिस इत्यादि इसमें शामिल है। खड़े रहने के साथ साथ इन्हे कई बार भारी वजन भी उठाना पड़ जाता है| ऐसे लोगो को बवासीर की समस्या होने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।
2 – बवासीर होने का एक प्रमुख कारण कब्ज भी होता है। जिस इंसान को कब्ज की समस्या ज्यादा होती है ऐसे इंसान का मल सूखा और कठोर होता है, इसीलिए ऐसे इंसान मल त्यागने में काफी कठिनाई और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें मल त्यागने में काफी जोर और काफी देर तक बैठना पड़ जाता है जिसकी वजह से मल त्यागने वाली रक्तवाहिनियों पर ज्यादा जोर डालने की वजह से वो फूलकर लटक जाती है, जिसे हम मस्सा भी कह सकते है।
3 – कुछ इंसान बहुत ज्यादा तला और मिर्च-मसाले युक्त भोजन करते है, ऐसे इंसानो में भी बवासीर की परेशानी होने की सम्भावना बहुत अधिक होती है|
4 – जो भी इंसान एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठा रहता है या बैठ कर काम करता है जैसे ड्राइवर, ट्रेलर और ऑफिस में काम करने वाले इंसान| ऐसे लोगो के निचले भाग पर दबाव काफी लम्बे समय तक रहता है इसीलिए ऐसे इंसानो में भी बवासीर (Piles in hindi) की परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है|
5 – महिलाओं में प्रसव के दौरान उनके गुदा क्षेत्र पर काफी दबाव पड़ता है जिसकी वजह से ऐसी महिलाओ में बवासीर होने की संभावना ज्यादा हो सकती है|
6 – ऐसे इंसान जो दिन भर बिस्तर पर पड़े रहते है या शारीरिक गतिविधि बहुत ज्यादा कम करते है उनमे भी बवासीर होने का खतरा रहता है|
7 – जो इंसान धूम्रपान, शराब या किसी भी प्रकार का नशा अधिक मात्रा में करता है उसे भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है|
8 – अवसाद या मानसिक परेशानी जब इंसान को घेर लेती है तो उसका असर उसके शरीर पर बहुत ज्यादा पड़ता है| कई बार देखा गया बहुत ज्यादा अवसाद से ग्रसित इंसानो में बवासीर की परेशानी हो जाती है|
बवासीर में क्या खाना चाहिए?
जब कोई भी इंसान बवासीर की बिमारी से ग्रसित हो जाता है तो उसके मन में खाने को लेकर बहुत सारे सवाल आते है जैसे – बवासीर में किन चीजों का सेवन करना चाहिए, पाइल्स में मुझे कया खाना चाहिए इत्यादि| चलिए अब हम आपको बताते है की बवासीर (Piles in hindi) से ग्रसित इंसान को किन चीजों का सेवन करना चाहिए –
1 – पानी हमारे शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है, बवासीर (Piles in hindi) की परेशानी से ग्रसित इंसान को 3 से 4 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए| पानी पीने से हमारे शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते है और साथ ही साथ कब्ज की परेशानी भी कम होती है|
2 – बवासीर (Piles in hindi) में फल खाने भी लाभदायक होते है जैसे – सेब, केला, संतरा, नाशपाती, अंजीर| नियमित रूप से फल खाने से भी आपको बवासीर की परेशानी में लाभ प्राप्त होगा|
3 – हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए, जैसे – पालक, गाजर, पत्ता गोभी, खीरा, ब्रोकली इत्यादि|
4 – दही और छाछ का सेवन भी नियमित रूप से करना लाभदायक रहता है|
बवासीर में क्या नहीं खाना चाहिए?
चलिए अब हम आपको बवासीर में कया नहीं खाना चाहिए या किन चीजों का परहेज करना चाहिए, इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है-
1 – पनीर का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि पनीर का सेवन करने से इंसान को कब्ज की परेशानी हो सकती है| इसलिए बवासीर (Piles in hindi) से पीड़ित इंसान को पनीर खाने से परहेज करें|
2 – कुछ सब्जियां जैसे – आलू, शिमला मिर्च, कटहल, बैंगन, अरबी, भिंडी, हरी और लाल मिर्च का सेवन करने से बचना चाहिए।
3 – अगर आप बवासीर से ग्रसित हो तो आपको कुछ फल जैसे – जामुन, आड़ू, कच्चा आम इत्यादि का सेवन नहीं करना चाहिए|
4 – तला भुना हुआ, बाहर का खाना और जंक फ़ूड से भी परहेज करें|
5 – कॉफ़ी, चॉक्लेट और सफ़ेद ब्रेड भी नहीं खानी चाहिए|
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बवासीर (Piles in hindi) में खाने से जुड़े कुछ अहम सवाल
सवाल – पाइल्स या बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं
जवाब – बवासीर (Piles in hindi) की परेशानी चावल का सेवन कर सकते है| लेकिन हम आपको सलाह देंगे की आप चावल का सेवन मांड उतार कर करें, ऐसा करने से आपको किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी|
सवाल – पाइल्स या बवासीर में बादाम खाना चाहिए या नहीं ?
जवाब – अगर आपको बवासीर (Piles in hindi) की परेशानी है तो बादाम का सेवन कर सकते है, लेकिन आपको बादाम सीधेतोर पर नहीं खाने है| अगर आपको बादाम खाने है तो सबसे पहले उन्हें 6 से 8 घंटे के लिए भिगो कर रख दें, फिर उनका सेवन करें|
सवाल – पाइल्स या बवासीर में मछली या अंडा खाना चाहिए या नहीं ?
जवाब – बवासीर (Piles in hindi) से ग्रसित इंसान को मछली, मुर्गा और अंडा इत्यादि चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए|
सवाल – पाइल्स या बवासीर (Piles in hindi) में दूध पीना चाहिए या नहीं ?
जवाब – अधिकतर लोग और चिकित्सक बवासीर (Piles in hindi) की बिमारी में दूध पीने को मना करते है, लेकिन कुछ लोगो का मानना है की दूध में हल्दी डालकर आप दूध का सेवन कर सकते है|
सवाल – पाइल्स या बवासीर में गुड़ खाना चाहिए या नहीं ?
जवाब – गुड़ का सेवन हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है, बवासीर (Piles in hindi) में आप गुड़ का सेवन कर सकते है|
सवाल – पाइल्स या बवासीर में चाय या कॉफ़ी पीनी चाहिए या नहीं ?
जवाब – नहीं, आपको बवासीर (Piles in hindi) की परेशानी में चाय और कॉफ़ी को पीने से बचना चाहिए|
उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा लिखा गया लेख piles in hindi में बताई गई जानकारी उचित और अच्छी लगी होंगी| अगर आप बवासीर के बारे में और ज्यादा जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो गूगल या बिंग पर piles in hindi सर्च कर सकते है|